Amar Akbar Anthony facts (1977): 70 के दशक की कुछ बड़ी और कामयाब मल्टीस्टारर फिल्मों की बात की जाए तो उनमें अमर अकबर एंथोनी का नाम जरूर आता है। इस फिल्म में उस दौर के बेहतरीन कलाकारों का जमावड़ा देखने को मिलता है, जिन्होंने अपनी-अपनी भूमिकाओं को इतनी शिद्दत से निभाया कि लोग आज भी उन्हें नहीं भूल पाए हैं।
लेकिन इतने दिग्गज कलाकारों को एक फिल्म के लिए मनाना कोई आसान काम नहीं था। परंतु फिल्म के निर्माता और निर्देशक मनमोहन देसाई ने इसे बड़ी ही चतुराई से संभव करके दिखाया। इस आर्टिकल में हम आपको Amar Akbar Anthony Facts बताएंगे – फिल्म के कलाकारों के चयन, उनके दिलचस्प किस्से, और वह कहानी जो इस सुपरहिट फिल्म के पीछे थी।
Amar Akbar Anthony Facts : फिल्म की कहानी
असल में इस फिल्म की कहानी की शुरुआत होती है एक सामान्य सी सुबह से, जब मनमोहन देसाई और उनकी पत्नी जीवन प्रभा देसाई अपने ड्राइंग रूम में बैठकर चाय की चुस्कियां ले रहे थे। जीवन प्रभा अखबार पढ़ रही थीं और अचानक उन्हें एक खबर ने रोक दिया – जैक्सन नाम का एक शराबी अपने तीन बच्चों को छोड़कर चला गया था। इस खबर ने मनमोहन देसाई के अंदर फिल्मकार को एक आइडिया दे दिया।
मनमोहन देसाई और जीवन प्रभा ने मिलकर इस कहानी का फिल्मी रूपांतरण बनाने का खाका तैयार करना शुरू किया। इसके बाद उनके सहयोगी प्रयागराज भी शामिल हुए और मिलकर उन्होंने कहानी पूरी की।
कलाकारों का चयन और दिलचस्प किस्से
अमर के लिए धर्मेंद्र और विनोद खन्ना
मनमोहन देसाई ने अमर के रोल के लिए पहले धर्मेंद्र से संपर्क किया। लेकिन धर्मेंद्र व्यस्त थे, इसलिए उन्होंने इसे मना कर दिया। इसके बाद यह रोल विनोद खन्ना को ऑफर किया गया, जिन्होंने तुरंत स्वीकार कर लिया।
एंथोनी के रोल के लिए अमिताभ बच्चन
अमिताभ बच्चन को पहले मनमोहन देसाई अपनी फिल्मों में कास्ट करने के खिलाफ थे। उनका मानना था कि अमिताभ उनकी फिल्मों के किरदारों के लिए सही नहीं हैं। लेकिन 70 के दशक में अमिताभ की लोकप्रियता बढ़ने लगी और उन्होंने इस फिल्म में एंथोनी का रोल निभाया।
ऋषि कपूर का रोल
ऋषि कपूर को इस फिल्म का ऑफर एक फोन कॉल के ज़रिए मिला। शुरू में उन्हें समझ नहीं आया कि यह अमर अकबर एंथोनी का रोल है, इसलिए उन्होंने इसे मना कर दिया। बाद में सारी बातें साफ हुई और उन्होंने फिल्म साइन की।
तीनों हीरोइनों का चयन
इस फिल्म में प्रवीण बाबी, शबाना आजमी और नीतू सिंह शामिल थीं। जीनत अमान को पहले अमिताभ के अपोजिट साइन करना था, लेकिन उन्होंने रोल छोटा होने के कारण मना कर दिया। सबाना आजमी का चयन विनोद खन्ना की सलाह से हुआ, और नीतू सिंह ऋषि कपूर की सिफारिश पर फिल्म में आईं।
सहायक कलाकार और डबिंग
फिल्म में सहायक कलाकारों में प्राण, जीवन, निरूपा रॉय, मुकरी, नादिरा, हेलन और रंजीत शामिल थे। जीवन साहब ने रॉबर्ट और अल्बर्ट नामक जुड़वा भाइयों की भूमिका निभाई थी। अल्बर्ट के किरदार की डबिंग मशहूर कलाकार टॉम अल्टर ने की।
फिल्म की रिलीज़ और सफलता
फिल्म के बनते-बनते मनमोहन देसाई को बार-बार डर लग रहा था कि यह फिल्म पिट जाएगी। लेकिन 1977 में फिल्म रिलीज़ हुई और बॉक्स ऑफिस पर धमाका कर दिया। इसका कुल बजट था लगभग ₹1 करोड़ और इसने कमाई की लगभग ₹7 करोड़ 25 लाख। इस फिल्म को ब्लॉकबस्टर घोषित किया गया।
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Amar Akbar Anthony: मजेदार बातें
- अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना के बीच शूटिंग के दौरान हल्की प्रतिद्वंदिता थी।
- ऋषि कपूर को शुरू में गलत समझ के कारण फिल्म मना कर दी थी।
- जीनत अमान ने रोल छोटा होने की वजह से मना किया।
- नीतू सिंह और ऋषि कपूर की प्रेम कहानी ने फिल्म में उनके साइन होने में मदद की।
- टॉम अल्टर ने जीवन साहब के जुड़वा किरदार की डबिंग की।
निष्कर्ष
Amar Akbar Anthony सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि 70s की बॉलीवुड की एक यादगार मल्टीस्टारर फिल्म है। इसके पीछे की मेहनत, कलाकारों के चयन की कहानियां, और मनमोहन देसाई की दूरदर्शिता इसे आज भी क्लासिक बनाती हैं।
यदि आप 70s की फिल्मों और उनके पीछे की कहानियों में रुचि रखते हैं, तो यह फिल्म और इसके Amar Akbar Anthony Facts आपके लिए पढ़ने और जानने लायक हैं। फिल्म से जुड़े विडिओ यहाँ देखें।