आज से लगभग 52 साल पहले एक ऐसी फिल्म आई थी, जिसने बॉक्स ऑफिस पर सफलता के झंडे गाड़ दिए थे। फिल्म ने भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी धांसू कलेक्शन किया था। लेकिन इस फिल्म को बनाने में राज कपूर को कितनी परेशानी झेलनी पड़ी थी, इसका अंदाज आप नहीं लगा सकते। Boby Making Secrets के इस ब्लॉग में हम इसी बात पर चर्चा करेंगे।
साल 1970 में आई फिल्म “मेरा नाम जोकर” आज के समय में कल्ट क्लासिक है, लेकिन ये फिल्म राज कपूर को कंगाल कर गई। इस फिल्म को बेहतर बनाने में राज कपूर ने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था। उन्होंने अपना बंगला गाड़ी सब कुछ दांव पर लगा दिया था। लेकिन फिल्म उम्मीद के मुताबिक वो कमाल नहीं दिखा पाई जिसकी कामना की जा रही थी। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर असफल रही जिससे राज कपूर वित्तीय संकट में चले गए। 2 साल तक वो खाली बैठे रहे, फिर अचानक एक दिन उनके मन में “बॉबी” फिल्म बनाने का आइडिया आया। लेकिन उनके पास पैसे नहीं थे। वो कमबेक करना चाहते थे, लेकिन पैसों की कमी की वजह से परेशान थे। Boby Making Secrets
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फाइनेंसर फिल्म में पैसा नहीं लगाना चाहते थे और राज कपूर के पास इतने पैसे नहीं थे की वो खुद अपनी फिल्म फाइनेंस कर सके। लेकिन फिर भी ये फिल्म बनी, रिलीज हुई और ब्लॉकबस्टर बन गई और बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कमाई की। तो आज हम जानेंगे फिल्म बॉबी कैसे बनी और इसे बनाने के लिए राज कपूर को क्या क्या पापड़ बेलने पड़े…… Boby Making Secrets के इस आर्टिकल में हम जानेंगे फिल्म से जुड़ी और भी दिलचस्प बातों को।
‘बॉबी’ बनाने के लिए राज कपूर ने लिया था कर्जा Boby Making Secrets
28 सितंबर 1973 को फिल्म बॉबी रिलीज हुई थी, इसे डायरेक्ट किया था राज कपूर ने। फिल्म की कहानी लिखी थी जैनेन्द्र जैन ने। फिल्म का स्क्रीन्प्लै और डायलॉग्स ख्वाजा अहमद अब्बास ने लिखे थे। इस फिल्म मे ऋषि कपूर, डिम्पल कपाड़िया, प्रेम नाथ, प्राण, प्रेम चोपड़ा, सोनिया साहनी, दुर्गा खोटे, अरुण ईरानी, फरीदा जलाल, पिन्चू कपूर और जगदीश राज ने अभिनय किया था।
फिल्म में संगीतकार लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने संगीत दिया था। और फिल्म के सभी गाने हिट थे। जैसे, “मैं शायर तो नहीं”, “अंखियों को रहने दे“, “बेशाक मंदिर मस्जिद“, हम तुम एक कमरे में बंद हो, झूठ बोले कौवा काटे, मुझे कुछ कहना है, ऐ ऐ ऐ फांसा, ना मांगु सोना चांदी जैसे गाने आज भी भी उतने ही लोकप्रिय है जीतने उस जमाने में थे।
फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ के फ्लॉप होने के बाद एक्टर राज कपूर ने कुछ समय का ब्रेक लिया और फिर बॉबी फिल्म बनाने की सोची। लेकिन तब उनके पास पैसे नहीं थे। ऋषि कपूर ने “आपकी अदातल” में एक बार बताया था कि बॉबी फिल्म बनाने के लिए उनके पिता के पास पैसे नहीं थे और फाइनेंसर जुटाने के लिए उन्होंने उनकी मां के गहने गिरवी रखे थे।
वही कुछ रिपोर्ट्स में तो ये भी बताया जाता है की, राज कपूर ने उस समय एक गैंगस्टर से भी पैसे उधार लिए थे। उनके ऊपर कोई विश्वास नहीं कर रहा था क्योंकि उनकी पिछली फिल्म फ्लॉप हो गई थी। लेकिन इस बार राज कपूर पूरे पक्के इरादे से कमबेक कर रहे थे.
‘बॉबी’ फिल्म ने राज कपूर का सारा कर्ज उतार दिया Boby Making Secrets
बॉबी का बजट 1.20 करोड़ था, और तब इसने 30 करोड़ का कलेक्शन किया था, फिल्म ने इतनी ज्यादा कमाई की कि राज कपूर का कॉन्फिडेंस लौट आया, और फिल्म ने उनका सारा कर्ज भी उतार दिया। इसके बाद उन्होंने ऐसी ही और बेहतरीन फिल्मे बनाई, जिनमे सत्यम शिवम सुंदरम (1978), प्रेम रोग (1982), राम तेरी गंगा मैली (1985) जैसी फिल्मे शामिल है, और इन फिल्मों ने भी बॉक्स ऑफिस पर सफलता दर्ज करवाई। ये सभी फिल्में सुपरहिट ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी। इसके बाद राज कपूर “हेनना (1988)” नामक एक और फिल्म बना रहे थे, लेकिन बीच में ही उनकी मौत हो गई, और ये फिल्म अधूरी ही रह गई, जिसे बाद में उनके बेटे रणधीर कपूर ने पूरा किया, और ये फिल्म 1991 में रिलीज हुई।
राज कपूर ने बेटे ऋषि को किया था लॉन्च Boby Making Secrets
राज कपूर ने जब फिल्म की कहानी लिखी तब उनके मन में ये बात थी कि वो एक Young Love Story को दिखाएंगे जिसमें नया चेहरे होंगे. राज कपूर ने अपने दूसरे बेटे ऋषि कपूर को यहीं से लॉन्च करने की सोची और उनके साथ डिंपल कपाड़िया को लिया। फिल्म में उनकी जोड़ी को खूब पसंद किया गया। इसके बाद ही डिंपल ने फिल्मों से करीब 10 सालों का ब्रेक लिया जिस दौरान उन्होंने राजेश खन्ना से शादी की और दो बेटियों की परवरिश भी की.
नीचे के वीडियो में देखिए फिल्म वीर जारा से जुड़े दिलचस्प किस्से, जिन्हे शायद ही आपने पहले कभी सुना हो।